वास्तुशास्त्र में वास्तुपुरुष का सम्बन्ध निर्माणकार्य में वास्तुपुरुष कप्रत्येक अंग से सुभाशुभ फल का विचार किया जाता है।
वास्तुपुरुष के अंग अवं उस पर अधिपति देव का विवरण .....
वास्तुपुरुष के अंग .........अधिपति देव ......
मस्तक ...........महादेव
कण ..................पर्जन्य & दिति
गला .......................आयदेव
कन्धा .................जय & अदिति
स्तन .......................आर्यमा & पृथ्वीधर
रुदय आपवत्स
बाया बाहु ....................इन्द्रादि
दाया बाहु .....................नागादि
बाया हस्त ..........सावित्री & सविता
दाया हस्त ........रूद्र & रुद्रदाक्ष
नाभि .............ब्रह्मा
इन्द्रियस्थान ...........इंद्रा & जय
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